देश के युवा मुख्यमंत्रियों में शुमार पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर अपनी कार्यकुशलता से देशभर में योगी के बाद भाजपा शासित राज्यों में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री का खिताब हासिल किया है। मुख्यमंत्री धामी के देशभर में नजीर बने कड़े और बड़े फैसलों और राज्य के विकास को लेकर लिए गए नीति निर्णयों से अलग छवि उभरी है। खासकर मातृशक्ति और युवा वर्ग में राज्य के हित में लिए गए फैसलों से मुख्यमंत्री धामी खासे चहेते हैं।
देश के प्रतिष्ठित मीडिया समूह नव भारत टाइम्स ने अपने ऑनलाइन प्लेटफार्म पर सीएम योगी के बाद भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री को लेकर पोल कराया। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम पर 51.1 फीसद जनता ने पोल कर सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री पर मुहर लगाई है। जबकि पोल के दौरान जनता ने कमेंट के माध्यम से भी मुख्यमंत्री धामी के फैसलों और कामकाज की खुलकर तारीफ की है।

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इसके अलावा सर्वे में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा को 16.9 फीसदी, गोवा के प्रमोद सांवत को 16.3 फीसद तथा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को मात्र 15.7 लोगों ने वोट दिया है। उल्लेखनीय है कि पहले भी इंडियन एक्सप्रेस के देश के ताकतवर भारतीयों की सूची में मुख्यमंत्री धामी ने 61 वां स्थान प्राप्त कर खासी धाक जमाई थी। जबकि विकास कार्यों को लेकर नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों(एसडीजी) रैंकिंग में भी देशभर में उत्तराखंड को पहला स्थान दिलाकर मुख्यमंत्री धामी ने अपने काम पर लोकप्रियता की लंबी लकीर खींची है। इधर, मुख्यमंत्री धामी की आमजनों के बीच तथा सोशल मीडिया में भी खासी लोकप्रियता है। कुछ माह पूर्व मुख्यमंत्री धामी प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह के बाद देश में सबसे ज्यादा फ़ॉलो किए जाने वाले नेताओं की सूची में दर्ज हो चुके हैं। अकेले फेसबुक पेज पर उनके फॉलोवर्स एक करोड़ पार हैं।

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मुख्यमंत्री धामी ने ऐसे बनाई अलग पहचान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महज तीन साल में विकास के साथ कानून व्यवस्था को लेकर बड़े फैसले लिए हैं। सबसे पहले देश का पहला सख्त नकलरोधी कानून लागू कर मुख्यमंत्री धामी ने देश के लिए नजीर पेश की है। खासकर उत्तराखंड के बाद यूपी और केंद्र सरकार ने कड़ा नकलरोधी कानून लागू किया है। इसके अलावा भारतीय संविधान में दी गई समान नागरिक संहिता यानी यूसीसी कानून की व्यवस्था को सबसे पहले राज्य में लागू करने का निर्णय लेकर देशभर में मिसाल कायम की है। इसके अलावा सैकड़ों हेक्टेयर जमीन को अतिक्रमणमुक्त कर लैंड जिहाद पर प्रभावी कार्रवाई की गई। साथ ही सख्त दंगारोधी कानून, धर्म परिवर्तन कानून जैसे कई बड़े कानून बनाए हैं। इसके अलावा सिलक्यारा सुरंग आपदा में 41 मजदूरों का सकुशल रेस्क्यू, जोशीमठ आपदा से निपटने से लेकर हल्द्वानी और राज्य में हाल ही में केदारनाथ आपदा समेत अन्य स्थानों पर आई आपदा में मुख्यमंत्री धामी ने बड़ी सूझबूझ से जिम्मेदारी निभाई है। इसके अलावा कुशल राजनीतिज्ञ की भूमिका में भी युवा मुख्यमंत्री धामी ने लोकसभा चुनाव में देशभर में जहां ताबड़तोड़ जनसभाएं की हैं, वहीं उत्तराखंड की पांचों सीटों पर रिकॉर्ड वोटों से जीत दिलाई है।

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