डांडा जीवनगढ निवासी एक व्यक्ति ने कोतवाली विकासनगर पर लिखित प्रार्थना पत्र दिया कि उनका नाबालिग पुत्र उम्र 16 वर्ष, दिनांक 06/09/2025 की प्रातः किसी काम के लिए विकास नगर आया था, जो अभी तक वापस नहीं आया है। उनके द्वारा उसे सभी सम्भावित स्थानों पर तलाश किया गया पर उसके सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। प्रार्थना पत्र के आधार पर कोतवाली विकासनगर पर तत्काल धारा -137(2) बीएनस का अभियोग पंजीकृत किया गया। नाबालिग की सकुशल बरामदगी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा पुलिस टीम को आवश्यक निर्देश दिये गये, जिसके अनुपालन में पुलिस टीम द्वारा वादी के घर के आस-पास तथा आने-जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चैक किया गया साथ ही सर्विलांस के माध्यम से नाबालिक युवक के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई तो नाबालिक युवक के गंगानगर राजस्थान में होने के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर तत्काल एक टीम को राजस्थान रवाना किया गया, जहां पुलिस टीम द्वारा सुरागरसी पतारसी करते हुए स्थानीय मुखबिर तंत्र की सहायता से गुमशुदा नाबालिग को दिनांक -09/09/2025 की रात्रि में गंगानगर राजस्थान से सकुशल बरामद किया गया।
पूछताछ में नाबालिक युवक द्वारा बताया गया कि वो अपने एक मित्र से मिलने घर से बिना बताये राजस्थान पहुंच गया था। पुलिस टीम द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही तथा नाबालिक गुमशुदा की सकुशल बरामदगी पर उसके परिजनो द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए दून पुलिस का आभार प्रकट किया गया।
पुलिस टीम :-
1- उ0नि0 विवेक भण्डारी, चौकी प्रभारी डाकपत्थर
2- का0 दिनेश बाबू
3- का0 जितेन्द्र चौधरी (एसओजी)

