चार धाम यात्रा शीतकाल के लिए बंद करने की तैयारिया शुरू हो गई है। आज यानी 14 नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए हैं। बता दे मां गंगा की डोली मुखवा के लिए रवाना हो गई है। वहीं 15 नवंबर यानी कल भैयादूज के पावन पर्व पर बाबा केदार और यमुनोत्री धाम के कपाट भी विधि विधान से शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रियाएं भी आज से शुरू हो गई है। धार्मिक परंपरा के अनुसार, पूजा-अर्चना और भोग लगने के बाद धाम परिसर में स्थित भगवान गणेश मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को अपराह्न 3 बजकर 33 मिनट पर बंंद किए जाएंगेबदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को अपराह्न 3 बजकर 33 मिनट पर बंंद किए जाएंगे यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज के पावन पर्व होंगे बंद | Gangotri Dham doors closed यमुनोत्री धाम से यमुना के पुजारी पुरोहित महासभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि कल 15 नवम्बर को भैया दूज के पावन पर्व पर 11 बजकर 57 मिनट पर निर्धारित समय पर मां यमुना के कपाट भी बंद कर दिए जाएंगे। और मां यमुना का उत्सव श्री विग्रह शीतकालीन प्रवास खुशी मठ, खरसाली के लिए अपने भाई शनि देव जी की अगुवाई में प्रस्थान करेगी। इससे पूर्व कल 15 नवम्बर सुबह 8 बजे खरशालीगांव से यमुना के भाई शनिदेव महाराज की डोली बहन को लेने यमुनोत्री धाम के लिए रवाना होगी और 10 बजे धाम पहुंचेगी। उसके पश्चात विधि-विधान के विशेष पूजा अर्चना अभिषेक आदि कर शीतकाल के लिए छह माह के लिए मां यमुना मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *