केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने जवाब मे आश्वासन दिया की दस साल की जिम्मेदारी निर्माण व डिजाइन ऐजेंसी व कांट्रैक्टर की होगी साथ ही विदेश टेक्नोलॉजीज का उपयोग कर हिमालय की संरचना को ध्यान मे रख कर इसका पूर्ण उपचार किया जाएगा

भाजपा राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष व राज्यसभा सासंद डा.नरेश बंसल जी ने सदन मे राष्ट्रीय राजमार्गो विषेश रुप से उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र मे होने वाली रेल दुर्घटनाओ व उससे होने वाली जान माल की हानी का मुद्दा उठाया डा.नरेश बंसल उत्तराखंड से संबंधित जनहित के विषय अलग अलग माध्यम से सदन मे उठाते रहते है इसी क्रम मे उन्होंने तारांकित पश्न मे यह गंभीर विषय उठाया।
बंसल ने सदन मे सड़क एवं परिवहन मंत्री से अपने प्रश्न मे आकडा मांगा कि मानवीय चूक एवं प्रकृतिक आपदा से उत्तराखंड समेत देशभर मे कितनी मौत हुई व कितने लोग घायल हुए व उत्तराखंड समेत देश मे राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऐसे ब्लेक प्वाइंट चिनहित किए गए है जो दुर्घटनाओ के लिहाज से संवेदनशील है व सड़क दुर्घटनाओ को रोकने को सरकार क्या कर रही है।सासंद बंसल ने सप्लीमेंट्री प्रश्न मे पूछा की सरकार वहानो को अंतर्राष्ट्रीय मानक का बनाने व मजबूती प्रदान करने को क्या कदम उठा रही है।
डा.नरेश बंसल ने पुछा कि उत्तराखंड के राष्ट्रीय राजमार्ग पर जो मलबा आने के ब्लैक प्वाइंट चिनहित है उनके उपचार के लिए क्या किया जा रहा है व क्रेश बैरियर कितने राजमार्ग पर पूरे लग चुके है व कितनी जगह नही लगे व कब तक लग जाएगे?
इन प्रश्नो के जवाब मे माननीय सड़क एवं परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी जी ने पिछले तीन वर्षो की दुर्घटनाओ का बयोरा दिया व अपने जवाब मे बताया कि उत्तराखंड समेत देश भर के राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वाले नागरिको की सुरक्षा को सरकार प्रतिबद्ध है व समय समय पर इस पर नागरिको को सड़क सुरक्षा सप्ताह के माध्यम से जागरूक करने का काम होता है व अब मंत्रालय ने शिक्षा,इंजिनियरिंग,प्रवर्तन और आपातकालीन देखभाल पर आधारित सड़क सुरक्षा नीती तैयार कि है व देशभर मे 5803 व 49 उत्तराखंड मे चिनहित है जिन मे से 42 पर कार्य हो गया है व कुछ पर बाकी है ।
माननीय मंत्री जी ने अपने जवाब मे कहा कि केंद्र-राज्य सरकार भी उत्तराखंड मे भारी वर्षा व प्रकृतिक आपदा से राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओ व नुकसान से चिन्तित है व इस और गंभीर होकर विचार कर रही है व सरकार ने इस पर तय किया है कि अंतरराष्ट्रीय मानक व टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके व्यापक रूप से इस समस्या से निपटने की तैयारी है व सरकार अब निर्माण कम्पनी की दस साल की जिम्मेदारी इस और निश्चित करने पर विचार कर रही है ,जो जल्द ही की जाएगी।जो डिजाइन देगे वो भी अंतरराष्ट्रीय मानक पर होगा व उनकी भी दस साल की जिम्मेदारी तय होगी।
माननीय मंत्री नितिन गडकरी जी ने बताया कि उत्तराखंड को अभी तक 726करोड का फंड लैंडसलाइड जोन मेंटेनेंस के लिए जारी किया है।चीन बाडर तक रोड निर्माण व विश्व स्तर की टेक्नोलॉजीज का उपयोग कर भूस्खलन व पहाड़ से मलबा आने को रोकना व क्रेश बैरियर का शीघ्र निर्माण सभी राष्ट्रीय राजमार्ग पर होगा विशेष रुप से चमोली व रुद्रप्रयाग जिला की चिंता की जा रही है ।माननीय केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने विश्वास दिलाया कि जल्द ही देश-विदेश की बहतरीन टेक्नोलॉजीज का प्रयोग कर इससे निपटा जाएगा व इसे रोका जाएगा।

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