उत्तराखंड में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। देहरादून में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं रोज कई मरीजो कि जान इससे जा रही है परन्तु राज्य के मुख्यमंत्री लंदन दौरे में मस्त है लक्ष्मी कपरूवान अग्रवाल ने कहा कि डेंगू के बिगड़ते हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सरकार को डेंगू से हुई मृत्यु के आकडे छुपाने पड़ रहे है, पछवादून में कोई ऐसा परिवार नहीं है जिसके परिचित या घर में कोई डेंगू से पीड़ित ना हो. बावजूद इसके सरकार ना के बराबर के आकडे बता रही है, प्राइवेट और सरकारी अस्पतालो में एक बेड पर दो मरीज लेटे हुए है । डेंगू होने के बाद मरीज तमाम अन्य बीमारियों के ग्रसित हो रहे है लक्ष्मी कपरूवान अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने खुद डेंगू को आमंत्रण दिया है. एक तरफ सरकार कह रही है कि जिसके आंगन में डेंगू मच्छर का लार्वा मिलेगा, उसपर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन यहां सरकार के आंगन में जगह-जगह लार्वा फैला हुआ है. लेकिन किसी भी प्रशासनिक अधिकारी या मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. स्वास्थ्य मंत्री ने अभी तक कोई बड़ी बैठक नहीं ली है. लिहाजा मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार ने देहरादून सिटी को स्मार्ट सिटी के नाम पर डेंगू सिटी बना दिया है.लक्ष्मी कपरूवान अग्रवाल ने कहा कि जब बरसात चरम पर थी तो राज्य के विभिन्न नगरों में बड़े-बड़े गड्ढे खोद दिए गए। इन गड्ढों में पानी भर गया और डेंगू के मच्छरों ने लाखों की तादाद में जन्म लिया। इसी वजह से आज राज्य के हजारों लोग डेंगू से पीड़ित हैं। अस्पतालों में डेंगू मरीजों की जबरदस्त भीड़ है और लोगों को चिकित्सा उपलब्ध नहीं हो पा रही है लक्ष्मी कपरूवान अग्रवाल ने राज्य के मुख्यमंत्री पर निवेश के नाम पर लंदन के दौरे को राज्य की जनता के साथ छलावा बताते हुए कहा है कि देहरादून में सैकड़ो लोग डेंगू की चपेट में हैं और मुख्यमंत्री निवेश के नाम पर लंदन दौरे में मस्त है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को इस वक्त विदेश दौरे पर नहीं जाना चाहिए था और राज्य की जनता के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारियों का पालन किया जाना चाहिए था।