मंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं जिसमें से क्रैश बिल्डिंग, मॉर्डन दून लाइब्रेरी, स्मार्ट वाटर एटीएम, परेड ग्राउण्ड रिनोवेशन, ड्रेन, स्मार्ट रोड सहित 19 कार्य पूर्ण हो चुके हैं जबकि ग्रीन बिल्डिंग का कार्य देर से शुरू होने के कारण अभी तक गतिमान है। उन्होंने अधिकारियों को स्मार्ट सिटी के शेष कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2025 तक ग्रीन बिल्डिंग का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा।

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शहरी विकास मंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्य समयसीमा के अन्तर्गत पूर्ण किये गये हैं। उन्होंने कहा कि शहर के 10 वार्डों में स्मार्ट सिटी के कार्य कराये गये हैं जबकि 30 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन 10 वार्डों से बाहर भी निरंतर किया जा रहा है तथा स्मार्ट सिटी द्वारा दी गयी कूड़ा गाड़ी भी पूरे नगर निगम क्षेत्र में कार्य कर रही है।

मंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत 01 हजार करोड़ रूपये की धनराशि व्यय की जानी थी जिसमें से 750 करोड़ रूपये विभिन्न विकास कार्यों में व्यय किये जा चुके हैं। उन्होंने शहर भर में लगाये गये सीसीटीवी कैमरों की भी समीक्षा की जिसमें अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि शहर भर में लगभग 674 कैमरे लगाये गये हैं जिसमें से लगभग 496 कैमरे सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं जबकि विभिन्न जगहों पर रोड कटिंग तथा अन्य कार्यों की वजह से शेष कैमरे कार्यरत नहीं हैं जिसपर विभागीय मंत्री ने त्वरित कार्यवाही कर शेष कैमरों को सुचारू करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।

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मंत्री ने स्मार्ट सिटी से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर स्मार्ट सिटी के शेष कार्यों में तत्परता दिखाने के निर्देश दिये।

इस अवसर पर सीईओ स्मार्ट सिटी परियोजना सोनिका, एसीईओ स्मार्ट सिटी परियोजना तीरथ पॉल सिंह तथा स्मार्ट सिटी से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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