घंटाघर स्थित प्राचीन शिव हनुमान मंदिर के 185 वें वर्ष मे प्रवेश होने पर तीन दिवसीय विशेष पूजा अर्चना व रूद्रयज्ञ पंडित उदय शंकर भट्ट जी के नेतृत्व में आज प्रातः से प्रारंभ हुआ जो 12 अप्रैल तक चलेगा। इस रुद्रयज्ञ मे जन कल्याण की पवित्र भावना के साथ कलयुग के जीवित देव हनुमान को स्मरण कर राष्ट्र कल्याण की कामना की गयी।पंडित उदय शंकर भट्ट जी ने बताया हनुमान जी को भगवान शिव का ग्यारहवाँ रुद्र अवतार माना जाता है, और हनुमान जी के लिए रुद्र यज्ञ का अर्थ है हनुमान जी की पूजा और आराधना, जो भगवान शिव के रुद्र रूप की पूजा के समान ही है। हनुमान जी को बल, बुद्धि और शक्ति का देवता माना जाता है, जो भगवान शिव के रुद्र रूप की विशेषताएँ हैं, जिसमे यह मंत्रोच्चारण । ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय। सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा॥” हनुमान जी को रुद्र अवतार मानने का एक और प्रमाण है चार दिन तक चलने वाले इस विशेष पूजा अनुष्ठान एवं रूद्रयज्ञ की समाप्ति 12 अप्रैल शनिवार हनुमान जन्मोत्सव के पावन पर्व पर भगवान हनुमान को चोला अर्पित कर भंडारे प्रसाद के वितरण के साथ रहेगी ।
विशेष पूजा के लिए उपस्थित आचार्य सुरेंद्र बलोदी,पंडित चंद्र मोहन डिमरी, पंडित योगेश डिमरी ,पंडित हरीश बर्थवाल , पंडित विकास डिमरी जी पूजन में रुद्रयाग में यह सब अनुष्ठान ब्राह्मण आचार्य गण के माध्यम से उनके सहयोग से भगवान शंकर जी के 101 पाठ संपन्न होंगे। इन चार दिवस में आज के मुख्य यजमानों के रूप में रहे हैं सुधीर राणा- चेयरमैन दून ट्रैवल्स, श्री हरि भंडारी जी – शिक्षाविद् , लक्ष्मण सिंह नेगी , हनुमत सेवा समिति अध्यक्ष संदीप वाधवा, मंत्री मनोज जुनेजा, संरक्षक सुरेश गुप्ता, बजरंग दल मिलन प्रमुख विकास वर्मा, पं गौतम, शिवांश गुप्ता, अमन राजवंशी, अनिल अरोड़ा, गौतम सलूजा, मनोज तोमर व अन्य रहे
