एम्स ऋषिकेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से छोटे बच्चों के इलाज हेतु 42 बेड का ’सेन्टर फाॅर एडवांस्ड पिडियाट्रिक’ (सीएपी) स्थापित है। इस सेन्टर में एक महीने से अधिक और 14 वर्ष तक की उम्र के उन सभी बच्चों का इलाज किया जाता है जो गंभीर किस्म की बीमारी से ग्रसित होते हैं। एम्स पंहुची एन.एच.एम की मिशन निदेशक स्वाति एस भदौरिया ने इस केन्द्र में स्वास्थ्य सुविधाओं से संबन्धित विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी हासिल की। उन्होंने केन्द्र के जनरल वार्ड, पीडियाट्रिक आईसीयू और एचडीयू का निरीक्षण कर वार्ड में भर्ती बच्चों से बात भी की और उनके स्वास्थ्य और किए जा रहे इलाज की जानकारी भी हासिल की। इस दौरान संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने उन्हें संस्थान द्वारा उपलब्ध करवाये जा रही मेडिकल फेसिलिटी और संसाधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया कि वर्तमान में केन्द्र में 12 बाल रोगियों का इलाज चल रहा है। संस्थान का उद्देश्य है कि बाल रोगियों को एक ही स्थान पर सभी प्रकार का इलाज उपलब्ध कराया जाय। इसके लिए योजनाओं का विस्तार किया जा रहा है और आवश्यक स्टाफ की तैनाती भी कर दी गयी है।

ये भी पढ़ें:  1347 एलटी शिक्षकों को मिलेंगे नियुक्ति पत्रः डॉ. धन सिंह रावत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *