इस अवसर पर स्वाति जोशी, सहायक प्राध्यापक (इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार विभाग) एवं IIC कोऑर्डिनेटर, तुलास इंस्टिट्यूट, देहरादून मुख्य संसाधन व्यक्ति के रूप में उपस्थित रहीं। उनके साथ तुलास इंस्टिट्यूट के छात्र अभिनव सिंघल और अभिषेक मौर्य भी टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन के लिए उपस्थित हुए।
कार्यशाला के दौरान छात्रों को विभिन्न 21वीं सदी के कौशल जैसे–
क्रिटिकल थिंकिंग (Critical Thinking),क्रिएटिविटी(Creativity)कोलैबोरेशन (Collaboration),
कम्युनिकेशन(Communication,)डिजिटल लिटरेसी (Digital Literacy)से परिचित कराया गया।
छात्रों ने इंटरएक्टिव गतिविधियों और प्रोजेक्ट-आधारित सीखने के माध्यम से इन कौशलों को समझा और अपनाने का प्रयास किया। तकनीकी प्रदर्शन (Technology Demonstration) से छात्रों में नवाचार और अनुसंधान की भावना को बल मिला।
विद्यालय के प्राचार्य श्री मयंक शर्मा ने कार्यशाला को अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं और पीएम श्री योजना के उद्देश्य – सशक्त, सक्षम एवं नवाचारी भारत – को साकार करने में मदद करते हैं