जनपद चमोली भ्रमण पर पहुँचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा के संचालन एवं मानसून के दौरान आपदा प्रबंधन पर चर्चा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री से यात्रा रूट के व्यापारियों ने भी भेंट की और अपनी समस्याएं रखने के साथ ही सुझाव भी मुख्यमंत्री को दिए।
मुख्यमंत्री ने व्यापारियों की समस्याओं से अवगत होते हुए कहा कि धामों में श्रद्धालुओं की अनियंत्रित भीड़, अप्रिय घटनाओं की आशंका और संसाधनों की क्षमता के आधार पर रजिस्ट्रेशन व्यवस्था को लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने व्यापारियों के साथ प्रत्येक बिंदु पर चर्चा की और राज्य सरकार पर सुरक्षित यात्रा संचालन का पक्ष रखा। मुख्यमंत्री ने व्यापारियों के व्यवहारिक सुझावों पर तत्काल अमल की सहमति दी। उन्होंने कहा कि यात्री सुविधा और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने व्यापारी बंधुओ को आश्वस्त करते हुए कहा कि पर्यटन और तीर्थाटन हमारी आर्थिकी का महत्वपूर्ण स्रोत है जिस कारण दुर्गम यात्रा मार्गों पर भी स्थानीय निवासियों को रोजगार मिलता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यात्रा से जुड़े प्रत्येक व्यवसायी के उन्नयन हेतु सदैव चिंतित है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि प्रत्येक पर्यटक और श्रद्धालु को सुगम यात्रा का आनंद मिले इस दौरान व्यापारियों ने मुख्यमंत्री से कहा कि यात्रा रूट से जुड़े अनेक ऐसे क्षेत्र हैं जिन्हें सरकार विकसित करके भीड़ के दबाव को कम कर सकती है। साथ ही व्यापारियों ने यात्री दबाव में सहयोग हेतु अनेक सुझाव दिए जिन पर मुख्यमंत्री ने अपनी सहमति प्रदान की। व्यापारियों ने यह भी सुझाव दिया कि यात्रा मार्ग के व्यापारियों, टूर ऑपरेटर्स, होटल ओनर्स, तीर्थ पुरोहित एवं जनप्रतिनिधियों की संयुक्त समिति से सुझाव एकत्रित कर यात्रा प्रबंधन की गाइडलाइन तैयार की जाएगी ताकि यात्रियों को सुगमता से यात्रा का आनंद मिल सके और रूट के व्यापारी यात्रा सीजन में लाभान्वित हो सकेंगे।