पी एम श्री केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक 1, हाथीबड़कला, सालावाला, देहरादून में नव नियुक्त स्नातकोत्तर इतिहास शिक्षकों हेतु पांच दिवसीय अधिष्ठापण पाठ्यक्रम बुधवार को प्रारम्भ हुआ | केन्द्रीय विद्यालय संगठन देहरादून संभाग के मार्गदर्शन में , कोलकाता, हैदराबाद, चंडीगढ़ , तिनसुकिया, सिलचर , रांची, आगरा, चेन्नई, अर्नाकुलम, जम्मू , रायपुर और देहरादून संभाग के नव नियुक्त स्नातकोत्तर इतिहास शिक्षकों को केन्द्रीय विद्यालय
संगठन की कार्य पद्धति से परिचित कराने और इतिहास पाठन प्रविधियो का ज्ञान कराने के उद्देश्य से यह प्रशिक्षण केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1, हाथीबड़कला में आयोजित किया जा रहा है | यह प्रशिक्षण शिविर दिनांक 19.06.2024 से 23.06.2024 तक चलेगा | कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यातिथि श्री प्रशांत कुमार, उप महासर्वेक्षक, सर्वे ऑफ इंडिया, देहरादून/नामित अध्यक्ष, विद्यालय प्रबंधन समिति कें वी क्रमांक 1 देहरादून एवं मयंक शर्मा, पाठ्यक्रम निदेशक/प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1 हाथीबड़कला, देहरादून द्वारा किया गया। संस्कृत श्लोकों के साथ मुख्यातिथि द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया एवं विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया | प्राचार्य श्री मयंक शर्मा द्वारा मुख्य अतिथि महोदय एवं पाठयक्रम संसाधकों का हरित स्वागत करने के उपरांत स्वागत उद्बोधन के माध्यम से वाचिक अभिनन्दन किया गया | पाठ्यक्रम निदेशक श्री मयंक शर्मा ने इस अवसर पर सभा में उपस्थित सभी को पांच दिवसीय अधिष्ठापन कार्यक्रम की रूपरेखा एवं उद्देश्यों से अवगत कराया और कहा कि यह अधिष्ठापान पाठ्यक्रम न केवल नव नियुक्त स्नातकोत्तर इतिहास शिक्षकों में नवीन ऊर्जा का संचार करेगा अपितु विविध प्रविधियों के उपयोग द्वारा इतिहास शिक्षण को प्रभावी , मूल्यवान और विद्यार्थी केन्द्रित बनाने की दिशा में भी सहयोगी होगा | अपने विशिष्ट उद्बोधन में श्री प्रशांत कुमार उप महासर्वेक्षक, ने नव नियुक्त शिक्षक – शिक्षिकाओं का स्वागत करते हुए उन्हें इतिहास विषय के महत्व को समझाया एवं समय समय पर इतिहास विषय में हो रहे परिवर्तन से भी रूबरू किया।
प्रथम दिन के पांच सत्रों में पहला सत्र श्रीमती रूपल, संसाधक स्नातकोत्तर शिक्षिका केंद्रीय विद्यालय ओएलएफ, देहरादून द्वारा सभी प्रतिभागियों का एक दूसरे से परिचय क्रिया कराते हुऐ आइस ब्रेकिंग/ग्रुप फॉर्मेशन किया गया। श्रीमती रूपल ने कोर्स स्ट्रक्चर, सिलेबस और प्रश्नपत्र डिजाइन की व्याख्या भी की।
टी ब्रेक के पश्चात पाठ्यक्रम निदेशक श्री मयंक शर्मा, द्वारा “केन्द्रीय विद्यालय संगठन की रुपरेखा और कार्य शैली विषयक व्याख्यान दिए गये| सह पाठयक्रम निदेशक श्री वतन सिंह कुंवर एवं संसाधक श्री सुरेश चंद, स्नातकोत्तर इतिहास शिक्षक द्वारा NEP 2020 एवं NCFSE के उद्देश्यों एवं इतिहास विषय में इसकी उपयोगिता का व्याख्यान किया गया एवं प्रथम दिवस के अंतिम सत्र में समूह कार्य वितरण किया गया |