02 दिन से SDRF उत्तराखंड पुलिस द्वारा स्थानीय पुलिस, NDRF व अन्य बचाव इकाइयों के साथ मिलकर श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर फंसे यात्रियों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहे है। सेनानायक SDRF श्री मणिकांत मिश्रा द्वारा रेस्क्यू में लगी एसडीआरएफ टीमों को सोनप्रयाग-गौरीकुंड में रेस्क्यू संबंधी महत्वपूर्ण दिशानिर्देश दिए जा रहे है
ड्रोन से यात्रा मार्ग की मॉनिटरिंग
सेनानायक श्री मणिकांत मिश्रा के निर्देशानुसार ड्रोन के माध्यम से अन्य वैकल्पिक मार्ग चिन्हित किये जाने हेतु SDRF टीम द्वारा प्रयास किये जा रहे है, साथ ही यात्रियों की वस्तुस्थिति पर भी नजर रखी जा रही है। पहाड़ी के क्षतिग्रस्त होने के कारण ड्रोन के माध्यम से अन्य वैकल्पिक मार्गो के बारे में कार्य योजना बनाई गई l
नदी किनारे से SDRF ने रोप रेस्क्यू से किया यात्रियों का रेस्क्यू
कल पहाड़ी पर बनाया गया वैकल्पिक रास्ता रात्रि में पुनः भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त होने पर SDRF टीमों द्वारा नदी के किनारे-किनारे वैकल्पिक मार्गों से होते हुए यात्रियों को पूर्ण सुरक्षित तरीके से सोनप्रयाग लाया जा रहा है। वही दूसरी ओर लिंचोली में रुके यात्रियों को भी हेलीपेड पहुँचाया जा रहा है, जहाँ हेली के माध्यम से उन्हें वहां से निकाला जा रहा है। आज लगभग 1800 यात्रियों को बाधित मार्ग से पार कराया जा चुका हैं। वर्तमान समय तक SDRF टीमों द्वारा पैदल यात्रा मार्ग पर 3,500 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, इसके अतिरिक्त श्री केदारनाथ व लिंचोली से हैली के माध्यम से 780 यात्रियों को रेस्क्यू किया गया है।
दो दिनों से लगातार सर्चिंग अभियान में लगी भी एसडीआरएफ टीम को लिंचोली के पास थारू कैम्प में सर्चिंग के दौरान एक शव मिला है, जिसकी पहचान नही हो पाई है। शव सिविल पुलिस को सौंप दिया गया है।
पेश की ईमानदारी की मिसाल
यात्रियों को सकुशल रेस्क्यू करने के साथ ही एसडीआरएफ की टीम ने ईमानदारी की मिसाल भी कायम की है। थारू कैंप, लिनचोली के पास किसी महिला का पर्स प्राप्त हुआ जिसमें 70 से 80 हजार रूपए, मोबाइल फोन व अन्य सामग्री थी। पर्स की जांच करने पर पता चला कि पर्स पूजा कश्यप निवासी दिल्ली का है। उक्त सम्बन्ध SDRF के SI प्रेम प्रकाश द्वारा गहन खोजबीन करते हुए महिला के परिजनों से संपर्क कर पर्स वापस किया गया। खोजबीन के दौरान एसडीआरएफ टीम को प्राप्त अन्य दो पर्स भी जिला पुलिस को सौंपे गए।