

राजकीय महाविद्यालय खाड़ी में दिनांक 10 नवम्बर 2025 को शिक्षा शास्त्र विभागीय परिषद का गठन किया गया। परिषद में कल्पना को अध्यक्ष, भारती को उपाध्यक्ष, शिवानी को कोषाध्यक्ष तथा मीनाक्षी को सचिव नियुक्त किया गया। वहीं आयुषी एवं निशा को सदस्य बनाया गया। इस अवसर पर शिक्षा शास्त्र विषय की विषयवस्तु पर आधारित नाट्य मंचन का सृजनात्मक और प्रभावशाली प्रस्तुतीकरण छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया। विद्यार्थियों ने शिक्षा शास्त्र की मूल अवधारणाओं, उद्देश्यों एवं व्यावहारिक उपयोगिता को जीवन्त अभिनय के माध्यम से दर्शाया।
कार्यक्रम में मुख्य भूमिका कल्पना (तृतीय सेमेस्टर) द्वारा निभाई गई। मोनिका ने पत्रकार की भूमिका में शिक्षा शास्त्र से जुड़े विभिन्न पक्षों पर संवाद प्रस्तुत किया। शिवानी, मीनाक्षी और निशा ने शिक्षा के अभिकरणों का उत्कृष्ट अभिनय किया, वहीं आयुषी ने शिक्षा मनोविज्ञान की भूमिका को सशक्त रूप में प्रस्तुत किया।
दीपिका और अंशिका ने मूल्य शिक्षा एवं कंप्यूटर शिक्षा के महत्व को नाट्य माध्यम से प्रभावशाली रूप में दर्शाया। विद्यार्थियों द्वारा एआई तकनीक के माध्यम से बनाए गए वीडियो का भी प्रस्तुतीकरण किया गया प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल में डॉ. ईरा, डॉ. सीमा पांडे एवं डॉ. शन्नोवर सम्मिलित रहीं। उन्होंने प्रतिभागियों के प्रस्तुतीकरण, संवाद और विषय-ज्ञान के आधार पर अंक प्रदान किए।
कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता बिजलवान जोशी द्वारा किया गया इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. ए. के. सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने शिक्षा शास्त्र विभाग की इस रचनात्मक पहल की सराहना करते हुए कहा विषयवस्तु को नाट्य रूप में प्रस्तुत करना अत्यंत सराहनीय है। यह विद्यार्थियों में रचनात्मकता, आत्मविश्वास और विषय की गहन समझ को विकसित करता ह महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. निरंजना ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि छात्रों को अपने विषय की गहराई को समझने के लिए ऐसे प्रयास निरंतर करते रहना चाहिए। डॉ. सीमा पांडे ने कहा कि इस प्रकार की पहल से छात्रों की विभिन्न प्रतिभाएँ उजागर होती हैं। डॉ. शन्नोवर ने विद्यार्थियों को एआई तकनीक का सही और सकारात्मक उपयोग करने की प्रेरणा दी ममता चौहान ने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ दीं।
कार्यक्रम में प्रो. निरंजन शर्मा, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. ईरा सिंह, डॉ. सीमा पांडे, डॉ. शन्नोवर, श्रीमती मीना, तथा अन्य प्राध्यापकगण उपस्थित रहे। शिक्षणेत्तर कर्मचारी — ममता चौहान, दीपक, पंकज, मनीषा, हितेश — एवं विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राएँ भी कार्यक्रम में सम्मिलित रहे।सभी ने विद्यार्थियों के प्रस्तुतीकरण की प्रशंसा की और इसे शिक्षा के व्यावहारिक पक्ष को समझने की दिशा में एक सशक्त प्रयास बताया कार्यक्रम के अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता बिजलवान जोशी ने सभी अतिथियों एवं सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया।



