श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज के माइक्रोबाॅयलाॅजी विभाग द्वारा राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य डॉक्टरों के अमूल्य योगदान को सम्मान देना और भावी चिकित्सकों में शैक्षणिक रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना रहा। मेडिकल छात्र-छात्राओं ने माॅडल प्रस्तुतिकरण के द्वारा विभिन्न मेडिकल विषयों पर महत्वपूर्णं जानकारियां सांझा की। प्रथम पुरस्कार तितिक्षा रावत,

विभूति सादवार्ती और उनके समूह को कोरोना वायरस पर आधारित उनके सूक्ष्म एवं आकर्षक मॉडल के लिए प्रदान किया गया। द्वितीय पुरस्कार सुहानी धवन, संजीवनी रांगड़ एवं उनकी टीम को “पैरा साइटिक एग्स इन स्टूल-रूटीन एंड माइक्रोस्कोपी” विषय पर उनके ज्ञानवर्धक मॉडल के लिए मिला। तृतीय पुरस्कार अनुष्का सालर, अंशुल गर्ग एवं उनके समूह को “हाइपरसेंसिटिविटी रिएक्शन्स” को रचनात्मक रूप से प्रस्तुत करने के लिए प्रदान किया गया

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कार्यक्रम के अंतर्गत एमबीबीएस द्वितीय वर्ष (बैच 2023) के छात्रों द्वारा सूक्ष्मजैविकी विषय से सम्बन्धित नवाचारपूर्ण मॉडल्स की प्रस्तुति की गई, जिनमें उनके ज्ञान और रचनात्मकता की झलक दिखाई दी। छात्रों ने एंटीबॉडी के प्रकार, एंटीबायोटिक की क्रिया और प्रतिरोध तंत्र, मलेरिया में सूक्ष्मदर्शिकी, बैक्टीरियल सेल वॉल, एस्परजिलस प्रजातियाँ, रैब्डोवायरस, और इन्फ्लुएंजा जैसे विविध सूक्ष्मजैविक विषयों पर अपने मॉडलों के माध्यम से प्रस्तुतिकरण किया। ये मॉडल विभाग के परास्नातक छात्रों एवं फैकल्टी के मार्गदर्शन में तैयार किए गए थे। मॉडल मेकिंग एक प्रभावी शिक्षण विधि है, जो छात्रों को जटिल विषयों को व्यावहारिक रूप से समझने, कल्पनाशक्ति विकसित करने और टीमवर्क की भावना को बढ़ावा देने में सहायता करती है

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कार्यक्रम का मूल्यांकन प्रतिष्ठित फैकल्टी सदस्यों डॉ. मनोज गुप्ता (निदेशक, एसजीआरआरआईएमएंडएचएस), डॉ. पुनीत ओहरी (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, सामुदायिक चिकित्सा विभाग), एवम् डॉ. सुमन बाला (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, फार्माकोलॉजी विभाग) द्वारा किया गया। निर्णायकों ने छात्रों की वैज्ञानिक सोच, प्रस्तुति कौशल और प्रयासों की सराहना की। डॉ. मनोज गुप्ता ने विशेष रूप से सभी प्रतिभागी छात्रों की लगन और उत्साह की सराहना की।
कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण समारोह एवं डॉ. सुलेखा नौटियाल (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, सूक्ष्मजैविकी विभाग) द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने सभी फैकल्टी, प्रतिभागियों एवं आयोजन समिति के सदस्यों के योगदान के लिए आभार प्रकट किया। यह आयोजन न केवल डॉक्टरों की निःस्वार्थ सेवा को सम्मानित करने का माध्यम बना, बल्कि भावी चिकित्सकों को वैज्ञानिक शोध, रचनात्मकता और समूह कार्य की प्रेरणा भी प्रदान कर गया

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