पंचायत चुनावों के नतीजे आ गए हैं। सत्ताधारी भाजपा और विपक्ष कांग्रेस दोनों ही अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। चुनावी नतीजों में भाजपा के कई पूर्व ब्लॉक प्रमुखों, जिलाध्यक्षों को और विधायकों के पत्नी या बेटों को हार मिली है। हालांकि भाजपा दाव कर रही है कि पंचायत चुनाव में भी पार्टी ने बड़ी बढ़त बनाई है। वहीं कांग्रेस के लिए पंचायत चुनाव संजीवनी से कम नहीं हैं। कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों ने कई अहम सीटों पर जीत दर्ज की है।
इन चुनावों में जनता ने कुछ ऐसे ट्रेंड दिखाए कि कई बड़े दिग्गजों के उम्मीदवार चारों खाने चित हो गए। बीजेपी भले ही जीत के दावे कर रही है, लेकिन सच्चाई ये है कि जिला पंचायत की 358 सीटों में से भाजपा समर्थित प्रत्याशी केवल 114 पर ही जीत दर्ज कर सके। नतीजों में पार्टी के कई दिग्गजों की साख को बड़ा झटका लगा है।
विधायक दलीप रावत की पत्नी हारी
लैंसडौन से विधायक और बीजेपी नेता दलीप रावत की पत्नी नीतू देवी जिला पंचायत का चुनाव लड़ रही थी। उन्हें चुनाव के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने तक की प्लानिंग थी। लेकिन वोटरों ने उनके सपने चकनाचूर कर दिए। विधायक की पत्नी 411 वोट से चुनाव हार गई।
दो-दो विधायकों के बेटे हारे चुनाव
कुमाऊं में भी पंचायत चुनाव तके नतीजे बीजेपी को झटका देने वाले रहे। नैनीताल विधायक सरिता आर्य के बेटे रोहित भवालीगांव जिला पंचायत सीट से चुनाव लड़ रहे थे। लेकिन वहां कांग्रेस समर्थिक प्रत्याशी यशपाल ने उन्हें 1200 वोटों से हरा दिया। यशपाल को 4019 जबकि रोहित को 2691 वोट मिले।
अल्मोड़ा के सल्ट में भी बीजेपी को बड़ा झटका लगा। यहां से विधायक महेश जीना का बेटा करन जीना स्याल्दे बबलिया सीट से क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहा था। करन जीना को विरोधी प्रत्याशी करन सिंह ने 51 वोटों से परास्त कर दिया।
अल्मोड़ा में ही भैंसियाछाना ब्लॉक की नौगांव सीट से भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के मंडल अध्यक्ष संतोष कुमार राम 267 वोटों से चुनाव हार गए।
रजनी भंडारी हारी
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने के बाद से चमोली जिले के दिग्गज नेता राजेंद्र भंडारी के सितारे गर्दिश में चल रहे हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री की पत्नी निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी पंचायत चुनाव हारी हैं। रजनी भंडारी चमोली जिले के रानों वार्ड से मैदान में थीं, लेकिन उनको 479 वोटों से हार मिली। उन्हें लक्ष्मण सिंह ने परास्त किया।
निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष बेला हारी
नैनीताल जिले में जिला पंचायत सदस्य पद पर बीजेपी की प्रत्याशी निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया को करारी हार मिली है। भाजपा के लिए नाक का सवाल बनी रामड़ी आनसिंह सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी छवि बोरा कांडपाल ने जीत हासिल की है।
कांग्रेस का कमबैक
विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेल चुकी कांग्रेस के लिए पंचायत चुनाव संजीवनी लेकर आए हैं। कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी अधिकतर जगहों पर चुनाव जीते हैं।
देहरादून में जिला पंचायत में कांग्रेस समर्थित 12 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है जबकि 7 सीटों पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी जीते हैं
पौड़ी में जिला पंचायत सदस्यों की 38 सीटों पर चुनाव हुआ जिनमें से 16 सीटों पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी विजयी हुए, जबकि भाजपा समर्थित 17 प्रत्याशी जीते। 5 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं जो अध्यक्ष बनाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। यहां बीजेपी के लिए बड़ा झटका रहा कि पूर्व जिला अध्यक्ष संपत सिंह रावत चुनाव हार गए।