विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित प्रदेशभर के सरकारी एवं निजी विद्यालयों में आगामी 5 सितम्बर को राष्ट्रीय शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया जायेगा। इस अवसर पर जिला एवं ब्लॉक स्तर पर सम्मान समारोह आयोजित किये जायेंगे जिसमें राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर सम्मानित शिक्षकों तथा विद्यालय स्तर पर बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया जायेगा। इसके अलावा प्रत्येक विद्यालय में वाद-विवाद प्रतियोगिताएं एवं गोष्ठियां आयोजित कर शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक के योगदान पर परिचर्चा की जायेगी। इस संबंद्ध में विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं।
सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रदेश के सभी राजकीय एवं निजी विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस को भव्य रूप से मनाया जायेगा। जिस हेतु विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी विद्यालयों में भाषण, चित्रकला, गायन व वाद-विवाद प्रतियोगिता सहित गोष्ठियां आयोजित कर शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक के योगदान पर परिचर्चा की जायेगी। जिसमें छात्र-छात्राओं की भागीदारी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जायेगी। इस दौरान छात्र-छात्राओं को देश के प्रथम उपराष्ट्रपति व द्वितीय राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बारे में बताया जायेगा, जिनके जन्मदिवस को पूरा देश राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के रूप में मनाता है। विभागीय मंत्री ने बताया कि शिक्षक दिवस के अवसर पर जिला एवं ब्लॉक स्तर पर सम्मान समारोह आयोजित किये जायेंगे। जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों, अभिभावक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों एवं विभागीय अधिकारियों की गरिमामय उपस्थिति में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर सम्मानित शिक्षकों को सम्मानित किया जायेगा, साथ ही अपने-अपने विद्यालयों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को भी समारोह में सम्मानित किया जायेगा। डॉ. रावत ने बताया कि समाज में शिक्षक की भूमिक महत्वपूर्ण होती है। वह जीवन में होने वाली चुनौतियों से लड़ना सिखाते हैं और भविष्य के बेहतर निर्माण के लिए प्रेरणा देते हैं।