चंपावत जिले की पालबिलौन क्षेत्र में लगातार हो रही क्वैराला नदी उफान पर, बेलखेत में टूटा झुला पूल, संकड़ों गांव के लोग नदी के उस पार फंसे सैकड़ों परिवारों का बाजार से कटा संपर्क जिले में लगातार चार दिन से हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं चंपावत जिले के पालबिलौन क्षेत्र के बेलखेत में झूला पुल टूट गया है। पुल के टूटने से सैकड़ो परिवारों के लिए खतरा पैदा हो गया है। वही सैकड़ो परिवार नदी के उसे पर फंस गए हैं। इस क्षेत्र में गांव के लोगों को आगमन के लिए झूला पुल ही एकमात्र साधन था। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते पुल टूटने से लोगों को नदी पार करने का और कोई विकल्प नहीं रह गया है। जिससे नदी पार रहने वाले लोगों के लिए मुसीबतें बढ़ गई है। सदियों पूर्व बनाया गया यह झूला पुल लंबे समय से लोगों को आवागमन में काफी मदद करता है। क्वैराला नदी के इस बड़े जलस्तर को पार करने के लिए क्षेत्र के लोगों के पास झूला पुल ही एक मात्र साधन था। जिलेभर में लगाता हो रही मूसलाधार बारिश के चलते नदी के उफान में आने से झूला पुल टूटने से अब बेलखेत गांव को भी खतरा पैदा हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि बीते 2 साल से लगातार जिला प्रशासन सहित अन्य लोगों को क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की गई थी। लेकिन किसी प्रकार की कोई सुनवाई न होने से मानसून के दौरान गांव वालों के लिए खसरा बढ़ गया है। ग्राम प्रधान बालम सिंह बोहरा वह क्षेत्र पंचायत सदस्य सुंदर सिंह बोहरा ने बताया कि सदियों पुराना झूला पुल टूटने से उधर रह रहे गांव के लोगों का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया है। बारिश नहीं रुकती है तो गांव में खाने-पीने सहित अन्य चीजों की दिक्कतें बढ़ने लगेंगे। साथ ही ऐसी स्थिति में कोई बीमार होता है तो उसे मुख्य मार्ग तक लाने का कोई साधन भी नहीं है। दोनों ओर नदियां होने के कारण अब आवागमन करने में काफी कठिनाई सामने आएंगे। इधर आमोडी बाजार में भी बारिश ने तबाही मचाई है। भूस्खलन से डिग्री कॉलेज, पैरामाउंट स्कूल, व बाजार में शंकर दत्त के आवासीय मकानों को खतरा पैदा हो गया है। राoईoकाo अमोड़ी का प्रवेश द्वार भी क्षतिग्रस्त हो गया है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से जल्द मुआ मुआयना कर उचित मुआवजा देने की मांग की है

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